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अटल पेंशन योजना : बढ़ सकती है पेंशन व निवेश की उम्र सीमा

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सरकार की सोशल सिक्योरिटी स्कीम का उठाएं फायदा

Atal Pension Yojana में बड़े बदलाव की तैयारी

(Pension Fund Regulatory & Development Authority of India-PFRDA) नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और अटल पेंशन योजना को रेगुलेट करता है। नियामक ने वर्तमान में हर महीने 5,000 रुपये की पेंशन सीमा को 10,000 रुपये प्रति माह भी करने की भी सलाह दी है।

अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) में आने वाले दिनों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

रिटायर्ड व्यक्ति की जिन्दगी में पेंशन की रकम नियामत की तरह होती है। यह बुढ़ापे का सहारा होता है। यही वजह है कि सरकार समय-समय पर पेंशन के नियमों में बदलाव कर करती रहती है। इसी क्रम में केन्द्र सरकार की काफी लोकप्रिय अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) में आने वाले दिनों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पेंशन फंड नियामक (Pension Fund Regulatory & Development Authority of India) (PFRDA-पीएफआरडीए) ने अटल पेंशन योजना (APY) में निवेश के लिए उम्र की सीमा बढ़ाने की सलाह दी है। नियामक ने कहा है कि इस योजना में निवेश की उम्र-सीमा 60 साल होनी चाहिए, जो अभी 40 साल है। पीएफआरडीए ने 1 फरवरी 2020 को पेश होने वाले बजट में यह बदलाव करने की सिफारिश की है। आइए जानें अटल पेंशन योजना में और क्या बदलाव हो सकते हैं।

APY : रिटायरमेण्ट के बाद मिलेगी नियमित आय

अटल पेंशन योजना (APY) असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद सामजिक सुरक्षा स्कीम है। APY में निवेश करने से रिटायरमेंट के बाद के खर्च करने के लिए आपको नियमित आय मिलती है। केंद्र सरकार ने APY को मई 2015 में शुरू किया था। इससे पहले असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए इस तरह की (APY) कोई योजना नहीं थी। इस सरकारी योजना (अटल पेंशन योजना) के तहत असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी या खुद का रोजगार चलाने वाला कोई भी कर्मचारी या व्यक्ति इसमें निवेश कर सकता है। अभी इसमें 18 साल से 40 साल तक की उम्र तक निवेश ही कर सकते हैं। पीएफ आरडीए ने इसी में बदलाव कर निवेश की उम्र सीमा 60 वर्ष करने की सिफारिश की है। एनपीएस में 1 लाख रुपये तक के निवेश पर कर छूट दिए जाने की सिफारिश की गयी है।

पेंशन की रकम हो सकती है 10,000 रुपये प्रतिमाह

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और अटल पेंशन योजना का नियमन पीएफआरडीए करता है। नियामक ने वर्तमान में हर महीनें 5,000 रुपये की पेंशन की सीमा को 10,000 रुपये प्रति माह भी करने की सलाह दी है। अटल पेंशन योजना के तहत गारंटीड न्यूनतम पेंशन क्रमश: 1,000 रुपये, 2,000 रुपये, 3,000 रुपये, 4,000 रुपये और 5,000 रुपये है जो 60 साल की उम्र के बाद मिलेगी। पेंशन की यह रकम अंशधारक की तरफ से किये गये योगदान पर निर्भर करेगा।

मृत्यु के बाद नॉमिनी को मिलेगी पेंशन की रकम

अगर 60 साल से पहले ही योजना से जुड़े किसी व्‍यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो फिर उसकी पत्नी इस योजना में पैसे जमा करना जारी रख सकती है और 60 साल के बाद हर महीने पेंशन पा सकती है। दूसरा विकल्‍प यह है कि उस व्‍यक्ति की पत्नी अपने पति की मौत के बाद एकमुश्त रकम का दावा कर सकती है। अगर पत्नी की भी मौत हो जाती है तो एक एकमुश्त रकम उनके नॉमिनी को दे दी जाती है।

अटल पेंशन योजना में आयकर छूट सीमा 1 लाख करने का भी प्रस्ताव

पेंशन नियामक ने सरकार से यह भी कहा है कि इनकम टैक्स की धारा 80सीसीडी (1बी) के तहत टीयर-1 एनपीएस अकाउंट में टैक्स छूट की सीमा को 1 लाख रुपये कर देना चाहिए। मौजूदा समय में व्यक्तिगत करदाताओं को 50,000 रुपये तक के निवेश पर कर लाभ मिलता है।पीएफआरडीए ने साथ ही यह भी कहा है कि सभी कैटेगरी के सब्सक्राइबर्स के एनपीएस के तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तरफ से 14 प्रतिशत टैक्स फ्री योगदान को बढ़ाने पर विचार किया जाना चाहिए। बता दें, अटल पेंशन योजना को सरकार ने साल 2015 में लॉञ्च किया था। अबतक इस योजना में अंशधारकों की संख्या 2 करोड़ से अधिक हो गई है।

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पेंशन स्कीम में 4 बड़े बदलाव की तैयारी

(1) पीएफआरडीए इस बात का आकलन कर रहा है कि क्या एनपीएस के तहत मौजूदा 50,000 रुपये तक के निवेश पर कर छूट को बढ़ाकर 1 लाख रुपये तक किया जा सकता है।

(2) इसके अलावा पीएफआरडीए अटल पेंशन योजना के तहत उम्र सीमा बढ़ाकर 40 से 60 करने का आग्रह कर रहा है। फिलहाल अटल पेंशन योजना 18 से 40 वर्ष के लोग ले सकते हैं।

(3) अटल पेंशन योजना में मौजूदा अधिकतम पेंशन सीमा 5,000 रुपये को बढ़ाकर 10,000 रुपये मासिक करने को कहा है।

(4) पीएफआरडीए ने सरकार से एनपीएस के तहत केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के लिए टैक्स फ्री 14 फीसदी योगदान के प्रावधान को सभी कैटेगिरी के लिए बढ़ाने का भी आग्रह किया है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 14 फीसदी नियोक्ता का योगदान 1 अप्रैल 2019 से टैक्स फ्री है। राज्य सरकार और स्वायत्त निकायों के मामले में नियोक्ता की ओर से किया जाने वाला 10 फीसदी योगदान टैक्स मुक्त है और शेष 4 फीसदी पर टैक्स लगता है जो कर्मचारी को देना पड़ता है।

अटल पेंशन योजना का कैसे उठा सकते हैं लाभ?

रिटायर होने के बाद जीवनभर पेंशन पाने के लिए आपको APY में कुछ सालों तक ही निवेश करना होता है। आपके निवेश के साथ ही सरकार भी अटल पेंशन योजना (APY) में अपनी ओर से भी अंशदान देती है।

किसके लिए है अटल पेंशन योजना (APY)?
अटल पेंशन योजना (APY) में कोई भी भारतीय निवेश शुरू कर सकता है। अटल पेंशन योजना (APY) में भाग लेने के लिए आपका बैंक खाता होना जरूरी है। APY खाता खोलने के लिए इसे आधार कार्ड से जुड़ा होना भी जरूरी है। अटल पेंशन योजना (APY) का लाभ उन्हीं लोगों को मिल सकता है जो इनकम टैक्स स्लैब से बाहर हैं।

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अटल पेंशन योजना में कितनी पेंशन मिलेगी ?

अटल पेंशन योजना में पेंशन की रकम आपके द्वारा किए गए निवेश और आपकी उम्र पर निर्भर करती है

अटल पेंशन योजना में पेंशन की रकम आपके द्वारा किए गए निवेश और आपकी उम्र पर निर्भर करती है। अटल पेंशन योजना (APY) के तहत कम से कम 1,000 रुपये और अधिकतम 5,000 रुपये मासिक पेंशन मिल सकता है। 60 साल की उम्र से आपको APY के तहत पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा। पीएफआरडीए के सुझाव मंजूर हुए तो निवेश की उम्र सीमा बढ़कर 60 साल हो सकती है और निवेश के अनुरूप मासिक पेंशन की राशि 10,000 रुपये तक हो सकती है।

क्या है APY का फायदा ?

आप जितनी जल्दी अटल पेंशन योजना (APY) से जुड़ेंगे उतना अधिक फायदा मिलेगा। अगर कोई व्यक्ति 18 साल की उम्र में अटल पेंशन योजना (APY) से जुड़ता है तो उसे हर महीने 210 रुपये का ही निवेश करना होगा।

कौन नहीं हो सकता है अटल पेंशन योजना में शामिल ?

ऐसे लोग जो आयकर (Income Tax) के दायरे में आते हैं, सरकारी इम्प्लाई हैं या फिर पहले से ही EPF, EPS जैसी योजना का लाभ ले रहे हैं वे अटल पेंशन योजना (APY) का हिस्सा नहीं बन सकते।

कहां खुलवाएं अटल पेंशन योजना के खाते?

सरकार ने देश भर में पॉइंट ऑफ प्रेजेंस (PoP) बनाए हैं, जिनमें एनपीएस अकाउंट खुलवाया जा सकता है। देश के लगभग सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों को पीओपी बनाया गया है। आप पेंशन फंड रेगुलेटरी एवं डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) की बेवसाइट के जरिये https://www.npscra.nsdl.co.in/pop-sp.php भी प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस तक पहुंच सकते हैं। किसी भी बैंक के नजदीकी ब्रांच में भी खाता खुलवाया जा सकता है।

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खाता खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज क्या-क्या हैं?

इस योजना में दो तरह के अकाउंट होते हैं। टियर-एक और टियर दो। हर सब्सक्राइबर को एक परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (PRAN) उपलब्ध कराया जाता है, जिस पर 12 अंकों का एक नंबर होता है। यही नंबर सभी लेन-देन में काम आता है।

अटल पेंशन योजना (APY) के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर जा सकते हैं : https://npscra.nsdl.co.in/nsdl/scheme-details/APY_Scheme_Details.pdf

डिस्क्लेमर: यह सूचना राष्ट्रीय पेंशन स्कीम की वेबसाइट से जुटाई गयी है। पूरी जानकारी के लिए आप अटल पेंशन योजना बनाने वाली अथॉरिटी से बात कर सकते हैं। इस योजना की जानकारी मौजूदा नियमों के हिसाब से है, इसमें किसी बदलाव के लिए Yojanagyan.com की जिम्मेदारी नहीं है।

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