कोरोना ने जिनके काम-धंधे बन्द कर दिये हैं, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) उनके लिए मददगार साबित हो सकती है।
प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने की कवायद
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)। कोरोना के खौफ ने जिन हाथों से काम-धंधे छीन लिये हैं, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) उनके लिए मददगार साबित हो सकती है। रोजगार छिन जाने के बाद छोटे-बड़े शहरों और उत्पादन केन्द्रों से अपने घरों को लौटे प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत रजिस्टर्ड होने वाले प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अवसर मुहैया करवाने के अलावा शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग भी दी जायेगी। इस योजना में ग्रामीण स्तर तक युवा विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त करके स्वरोजगार व नौकरी प्राप्त कर रहे हैं। युवाओं को रोजगार के लिए आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।
वैश्विक महामारी कोविड-19 से जनता को बचाने के लिए देश में लॉकडाउन का ऐलान किया गया। एक झटके में आर्थिक गतिविधियों पर विराम लग गया। उत्पादन केन्द्र और बाजार बन्द हो गये। इसके साथ ही करोड़ों लोग अचानक बेरोजगार हो गये। दिहाड़ी पर काम करके परिवार पालने वालों का तो बुरा हाल हो ही गया, जो लोग बड़ी-बड़ी कम्पनियों में मोटी तनख्वाहों पर काम करते थे, वे भी बेरोजगारों की कतार में खड़े हो गये।
भूख और कोरोना के डर के बीच कश्मकश शुरू हुई तो लोग बड़े शहरों और उत्पादन केन्द्रों को ही नहीं, हर उस जगह को छोड़कर अपने घर-गांव और अपने परिवार की ओर लौटने लगे, जहां से उनकी आजीविका चलती थी। करोड़ों लोग दर-बदर हो गये। तमाम लोग तो भूख-प्यास से लड़ते हुए पैदल ही घरों को लौट पड़े। भूख से मौत की आशंका से डरे लोग घरों को लौट तो आये, लेकिन बेरोजगारी ने यहां भी पीछा नहीं छोड़ा।
10,74,580 युवाओं को मिल चुका है पसन्दीदा काम
इन्हीं लोगों और उनके परिवारों की व्यथा को कम करने, उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने, तमाम उत्पादों और सेवाओं के लिए विदेश पर निर्भरता घटाने और देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ का बिगुल फूंका था। इसे साकार करने में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। यह आलेख लिखने तक कुल 10,74,580 युवाओं को उनके पसन्दीदा रोजगार में समाहित किया जा चुका है। सबसे बढ़िया बात यह है कि खबर लिखने के दिन भी 1,707 युवाओं के सपने सच हुए। उन्हें अपने हुनर के हिसाब से काम पाने में सफलता मिली।
इस आलेख में आज हम आपको यह बतायेंगे कि
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) क्या है?
- इस योजना को कब शुरू किया गया?
- इसका उद्देश्य क्या है?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) में पंजीकरण कैसे करें?
- इसके तहत युवाओं को किस तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण के बाद स्वरोजगार की स्थिति क्या है?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का प्रशिक्षण लेने के लिए योग्यताएं क्या-क्या हैं?
पूरी जानकारी के लिए इस आलेख को अन्त तक पढ़ें। इससे आपको पता चलेगा कि PMKVY लोगों को रोजगार मुहैया कराने, देश को आत्मनिर्भर बनाने और शहरों पर से प्रवासी कामगारों का बोझ घटाने में किस तरह सक्षम है। इस आलेख में आप यह भी जान पायेंगे कि इस योजना का लाभ कैसे उठायें
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) क्या है?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है। सरकार PMKVY के जरिये कम पढ़े-लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्राप आउट (बीच में स्कूल छोड़ने वाले) युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिलाती है। PMKVY का संचालन कौशल विकास एवं उद्यमता मंत्रालय की ओर से किया जा रहा है।
इस योजना को कब शुरू किया गया?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) भारत सरकार की एक योजना है, जिसे जुलाई 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) देने की योजना बनाई गई थी।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) का उद्देश्य क्या है?
PMKVY का उद्देश्य देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है, जिससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिल सके। यह कितनी महत्वपूर्ण योजना है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि PMKVY में युवाओं को प्रशिक्षण देने की फीस का भुगतान खुद सरकार करती है।
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प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) में पंजीकरण कैसे करें?
इस योजना के तहत प्रशिक्षण पाने के लिए आवेदक को पहले अपना नामांकन कराना जरूरी होता है। आइये समझते हैं कि PMKVY में रजिस्ट्रेशन कैसे करायें?
- इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट http://pmkvyofficial.org पर जाकर अपना नाम, पता और ईमेल आदि जानकारी भरनी होती है।
फार्म भरने के बाद आवेदक जिस तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षण करना चाहता है उसे चुनना होगा। - PMKVY में पसंदीदा तकनीकी क्षेत्र के एक अतिरिक्त तकनीकी क्षेत्र का भी चयन करना होगा।
ये जानकारियां भरने के बाद अपने ट्रेनिंग सेंटर का चयन करना होगा
इसके तहत युवाओं को किस तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है?
PMKVY में कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग,फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स एवं ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्र दिये गए हैं।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में प्रशिक्षण के बाद स्वरोजगार की स्थिति क्या है?
इस योजना (PMKVY) में ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है। जैसे कि हम ऊपर आपको बता चुके हैं, यह आलेख लिखते समय तक कुल 10,74,580 युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप कार्य दिलाया जा चुका है। खबर लिखने के दिन भी 1,707 युवाओं को काम दिलाया गया है।
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इस योजना का प्रशिक्षण लेने के लिए योग्यता क्या है?
कम पढ़े-लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्राप आउट (बीच में स्कूल छोड़ने वाले) युवा भी तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी किस्मत बदल सकते हैं।
इस योजना में पंजीकरण से पहले ध्यान रखने वाली बातें
- रोजगारपरक प्रशिक्षण में पंजीकरण कराने के लिए सबसे पहले अपने आस-पास के उस वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर का पता लगाइए, जहां पर PMKVY के तहत ट्रेनिंग प्रदान की जा रही हो। इसके लिए इस लिंक को क्लिक करें।
- इसके बाद सबसे महत्वपूर्ण बात है, वोकेशनल कोर्स का चयन। आप यह पता करें कि आप जिस वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर से ट्रेनिंग लेने के इच्छुक हैं, वहां पर किस-किस कोर्स की ट्रेनिंग दी जाती है।
- जब वोकेशनल कोर्स की लिस्ट मिल जाये तो अब आपको अपना पसन्दीदा कोर्स चुनना है।
- अपने पसंददीदा कोर्स के बारे में अपने वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर को बताएं और उनसे कहें कि आपको कौशल विकास प्रशिक्षण योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराना है।
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PMKVY की 9 खास बातें?
- PMKVY के लिए कोई फीस नहीं चुकानी पड़ती है, बल्कि सरकार ही बतौर पुरस्कार राशि करीब 8000 रुपये प्रशिक्षणार्थी को देती है।
- PMKVY में 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है।
- कोर्स पूरा करने के बाद प्रमाणपत्र दिया जाएगा। यह प्रमाणपत्र पूरे देश में मान्य होगा।
- PMKVY में ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है।
- सरकार प्रशिक्षण पाने वाले युवाओं को रोजगार मेलों के जरिये नौकरी दिलाने में मदद करती है।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जो कि कम पढ़े लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का पाठ्यक्रम पूरा होने पर SSC द्वारा स्वीकृत मूल्यांकन एजेंसी द्वारा आपका मूल्यांकन किया जाएगा।
- यदि आप मूल्यांकन पास कर लेते हैं और आपके पास वैध आधार (AADHAAR) कार्ड है, तो आपको सरकारी प्रमाणपत्र तथा स्किल कार्ड प्राप्त होगा।
- प्रशिक्षणार्थी PMKVY में कई बार अपना मूल्यांकन करवा सकते हैं,पर उन्हें हर बार मूल्यांकन शुल्क भरना होगा।
यह भी जानिए…
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत कौशल विकास केन्द्र में पंजीकरण कराने वाले युवाओं को किसी एक खास रोजगारपरक कौशल में प्रशिक्षित किया जाता है। ऐसा प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को नौकरी मिलने में अप्रशिक्षित युवाओं के मुकाबले आसानी हो जाती है। इस योजना के तहत युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण देकर वास्तविक स्थितियों में प्रशिक्षण (On Job Training) के लिए किसी कम्पनी में भेजा जाता है। इसके तहत उन्हें निम्नलिखित क्रम से जॉब ट्रेनिंग दी जाती है:
- शार्ट टर्म ट्रेनिंग
- स्पेशल प्रोजेक्ट
- कौशल और रोजगार मेला
- प्लेसमेंट सहायता
- निरंतर जाँच
- स्टैण्डर्डटाइजेशन एंड कम्युनिकेशन
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अशोक कुमार सिंह एक अनुभवी पत्रकार, लेखक, फोटोग्राफर हैं। कई दशकों तक हिन्दी के कई प्रतिष्ठित अखबारों में संवाद लेखन और सम्पादन का कार्य करने के बाद अब Freelance Content Writer के रूप में कार्य कर रहे हैं।