केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने बुजुर्गों के लिए बड़ी घोषणा की है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए 2017 में शुरू की गयी प्रधानमंत्री वय वंदन योजना (PMVVY) में निवेश की रकम की सीमा दोगुनी कर दी गयी है।
साथ ही इस योजना की अवधि भी बढ़ा दी गई है। सरकार ने PMVVY के तहत निवेश सीमा अब 15 लाख रुपये कर दिया है। केन्द्र सरकार द्वारा इस प्रावधान से वरिष्ठ नागरिकों का सामाजिक सुरक्षा कवर बढ़ेगा।
कौन कर सकता है PMVVY में निवेश?
वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गयी इस योजना में 60 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिक निवेश कर सकते हैं। पहले यह योजना 4 मई 2017 से 3 मई 2018 के लिए ही थी।
अब इसके तहत निवेश करने की अवधि को बढ़ाकर 31 मार्च 2020 कर दिया गया है।
इस योजना के तहत निवेश करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को दस साल तक 8% सालाना रिटर्न की गारंटी के साथ पेंशन दी जाती है। इस योजना में निवेश करने वाले सीनियर सिटीजन खुद तय करते हैं कि वे मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना- किस आधार पर पेंशन लेंगे।
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मंत्रिमंडल ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा प्रावधानों को बढ़ावा देते हुए योजना के तहत निवेश सीमा को 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया है। इससे वरिष्ठ नागरिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा के प्रावधानों को बढ़ाया जा सकेगा।
निवेश की रकम बढ़ने से वरिष्ठ नागरिकों को 10 हजार रुपये तक मासिक पेंशन मिल सकेगी।
सरकार द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक मार्च 2018 तक कुल 2.23 लाख वरिष्ठ नागरिक इस पेंशन योजना का लाभ उठा रहे थे।
PMVVY के तहत अब तक सीनियर सिटीजन को दस साल की अवधि के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये मासिक पेंशन की गारंटी है। इससे पहले वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना 2014 के तहत 3.11 लाख वरिष्ठ नागरिकों को लाभ मिला था। PMVVY का प्रबंधन एलआईसी (LIC यानि भारतीय जीवन बीमा निगम) करता है।
क्या है PMVVY?
PMVVY के तहत दस साल तक 8% सालाना रिटर्न की गारंटी के साथ पेंशन दी जाती है। इसमें पेंशन मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर ली जा सकती है।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए रकम जमा कर पेंशन पाने की योजना है। PMVVY उन सीनियर सिटीजन के लिए लाभदायक है, जिन्हें सरकार से कोई पेंशन नहीं मिलती।
ऐसे वरिष्ठ नागरिक काम से रिटायर होने के बाद एकमुश्त पैसा जमा करके अगले 10 साल तक पेंशन पा सकते हैं।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) के फायदे
देश में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई बेहतर सामाजिक सुरक्षा योजना नहीं थी। सीनियर सिटीजन को बचत पर अधिक ब्याज उपलब्ध कराने और उन्हें आयकर छूट संबंधी लाभ देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2017 में वय वंदना योजना ( PMVVY) शुरू की थी।
केंद्रीय बजट 2018-19 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने PMVVY का लाभ उठाने की अवधि और इसमें जमा रकम की सीमा भी बढ़ा दी है। बेहतर ब्याज, निश्चित रिटर्न और सरकारी गारंटी वाली योजना होने के कारण PMVVY वरिष्ठ नागरिकों के बीच काफी लोकप्रिय योजना है।
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ऐसे वरिष्ठ नागरिक काम से रिटायर होने के बाद एकमुश्त पैसा जमा करके अगले 10 साल तक पेंशन पा सकते हैं। PMVVY के तहत मासिक पेंशन लेने पर 8% सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है।
सीनियर सिटीजन इस योजना में 15 लाख का निवेश कर 10,000 रुपये महीने तक पेंशन पा सकते हैं। 10 साल बाद PMVVY में जमा रकम वापस मिल जाएगी।
पेंशन के कई विकल्प हैं मौजूद
PMVVY में वरिष्ठ नागरिक 1000 रुपये से 10 हजार रुपये तक मासिक पेंशन के विकल्प चुन सकते हैं। PMVVY में किसी सीनियर सिटीजन द्वारा एकमुश्त रकम के निवेश के बदले ब्याज के रूप में अगले 10 साल तक निश्चित पेंशन मिलती रहती है। पेंशन की रकम पॉलिसी में जमा रकम के अनुसार 1000 से 10,000 रुपये तक हो सकती है।
पेंशन की अवधि भी चुन सकते हैं
PMVVY में निवेश के समय सीनियर सिटीजन को पेंशन पाने की अवधि चुनने का भी विकल्प है। PMVVY के तहत पेंशन मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर लिया जा सकता है। अगर किसी सीनियर सिटीजन ने मासिक पेंशन भुगतान का विकल्प चुना है तो उन्हें हर महीने पेंशन उनके बैंक अकाउंट के जरिए मिलेगा।
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PMVVY में जमा रकम पर 8% ब्याज
PMVVY में जमा रकम पर सीनियर सिटीजन को अगले 10 साल तक 8% की दर से ब्याज मिलता है। ब्याज की यही रकम वास्तव में वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन की किस्त के रूप में मिलती है। ब्याज की दरें पहले से तय होने की वजह से PMVVY की अवधि के दौरान इसमें बदलाव होने पर भी पेंशन की रकम प्रभावित नहीं होती।
दो तरीके से उपलब्ध है विकल्प
सीनियर सिटीजन PMVVY में निवेश ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से कर सकते हैं।
PMVVY में टैक्स देनदारी क्या है?
PMVVY को सरकार ने जीएसटी (GST) से छूट दी है। सीनियर सिटीजन को हालांकि पेंशन के रूप में जो रकम मिलेगी उसे करयोग्य आमदनी में रखा गया है। अगर किसी सीनियर सिटीजन को पेंशन के रूप में आमदनी 5 लाख रुपये सालाना तक है तो उन्हें कोई टैक्स नहीं चुकाना पड़ेगा।
इससे अधिक की आमदनी पर उन्हें आयकर के स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना पड़ेगा। अगर किसी सीनियर सिटीजन को PMVVY के पेंशन और अन्य स्रोतों से होने वाली कुल आमदनी 5 लाख रुपये से ज्यादा है तो उस पर इनकम टैक्स चुकाना पड़ेगा।
पेंशनधारक की मृत्यु पर नॉमिनी को मिलेंगे पैसे
PMVVY के तहत निवेश के बाद अगर 10 वर्ष के दौरान पेंशनधारक की मौत हो जाती है तो उसके नॉमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को निवेश की गयी रकम वापस कर दी जाती है। इसके लिए नॉमिनी को अपनी पहचान साबित करने वाले दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होता है।
PMVVY में निवेश के वक्त रखें ध्यान
- बैक डेट में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं करें
- निवेश के बाद आपके पास कंपनी की तरफ से फोन आता है। इस बातचीत में PMVVY के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है।
डिस्क्लेमर: यह सूचना केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों की वेबसाइटों से जुटाई गयी है। पूरी जानकारी के लिए आप इस लिंक पर जा सकते हैं: http://financialservices.gov.in/insurance-divisions/Government-Sponsored-Socially-Oriented-Insurance-Schemes/Pradhan-Mantri-Vaya-Vandana-Yojana(PMVVY)
इस योजना की जानकारी मौजूदा नियमों के हिसाब से है, इसमें किसी बदलाव के लिए Yojanagyan.com की जिम्मेदारी नहीं है।
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अशोक कुमार सिंह एक अनुभवी पत्रकार, लेखक, फोटोग्राफर हैं। कई दशकों तक हिन्दी के कई प्रतिष्ठित अखबारों में संवाद लेखन और सम्पादन का कार्य करने के बाद अब Freelance Content Writer के रूप में कार्य कर रहे हैं।