मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में ऐसे लें लाभ, करें आवेदन

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से झारखंड सरकार हर बाल‌िका की ‌श‌िक्षा सुन‌िश्च‌ित कर रही है।
मुख्यमंत्री सुकन्या योजना से झारखंड सरकार हर बाल‌िका की ‌श‌िक्षा सुन‌िश्च‌ित कर रही है।

लाभार्थी बाल‌िका को सात बार में म‌िलेंगे कुल 40 हजार रुपये

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना झारखंड सरकार की एक सबसे बेहतरीन योजना है। बेटी की शिक्षा से लेकर उसकी शादी तक परिवार को पैसे की कोई चिंता नहीं करनी होगी। इस योजना के तहत 6 बार 5-5 हजार रुपये मिलेगा तो वहीं 18 साल पूरे होने पर 10 हजार रुपये और अलग से 40 हजार रुपये कन्यादान योजना के तहत मिलेंगे। यह योजना गरीब परिवार की बेटियों के लिए है। 57 लाख परिवारों की बेटियों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

झारखण्ड राज्य में गरीबी को खत्म करना है तो सभी को शिक्षित करना जरूरी है। उसमें सबसे ज्यादा बेटी शिक्षित होगी तो दो परिवार में बदलाव आयेगा। अब से ठीक नौ महीने पहले जनवरी 2019 में इन्हीं शब्दों के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चाईबासा की धरती से ‘मुख्यमंत्री सुकन्या योजना’ का शुभारंभ किया था।

क्या है मुख्यमंत्री सुकन्या योजना?

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना झारखंड सरकार की एक सबसे बेहतरीन योजना है।
मुख्यमंत्री सुकन्या योजना झारखंड सरकार की एक सबसे बेहतरीन योजना है।

झारखंड में 24 जनवरी से शुरू हुई ‘मुख्यमंत्री सुकन्या योजना’ में 18 साल तक की लड़कियों को पढ़ाई के अलावा अन्य जरूरतों के लिए समय-समय पर वित्तीय मदद दी जा रही है। इसमें जन्म से लेकर 18 साल तक की उम्र की लड़कियों को शिक्षा के साथ आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए राज्य सरकार समय-समय पर आर्थिक सहायता मुहैया कराएगी।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के उद्देश्य एवं लाभ क्या हैं?

  • योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर उन्हें उचित पोषण प्रदान करना हैं, जिससे प्रदेश में बढ़ती शिशु मृत्यु दर घटेगी।
  • मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का एक उद्देश्य यह भी हैं कि लड़कियाँ परिवार पर बोझ न समझी जाये। इस कारण कम उम्र में उनका विवाह न हो अपितु सरकार की मदद से उनकी उचित परवरिश की जाये।
  • मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में लाभार्थियों को जो भी रकम दी जानी है, वह सीधे लडक़ी अथवा अभिभावक के बैंक खाते में जमा की जाती है।
  • लड़कियों को जन्म से 18 वर्ष तक की आयु सरकार की तरफ से पैसा दिया जायेगा जो कि विभिन्न चरणों में उन तक पहुंचाया जायेगा। लडक़ी के पालन पोषण, उसकी प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा आदि सभी के लिए राज्य सरकार आर्थिक सहायता देगी।
  • प्रदेश के पांच जिले ऐसे हैं जहाँ ज्यादातर बेटियों की शादी 18 के पहले ही कर दी जाती हैं इसलिए उन जिलो पर अधिक ध्यान दिया जायेगा . उन जिलो के नाम देवघर, गोड्डा, कोडरमा, गिरिडीह एवं पलामू हैं।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में पैसा सीधे बालिका के खाते में

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में पैसा सीधे बालिका के खाते में चला जाएगा। इसलिए किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होगा। किसी भी हाल में बीच की दलाली भी नहीं होगी। जन्म से लेकर पढ़ाई और फिर विदाई बेटियों को यह सम्मान सरकार अपने हाथ से देगी। राज्य सरकारों ने भी बेटियों की शिक्षा सुनिश्चित करने और उनके कल्याण के लिए योजनाएं शुरू की हैं। इनमें उत्तर प्रदेश की ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’, मध्य प्रदेश की ‘लाडली लक्ष्मी योजना’ एवं बिहार सरकार की ‘बिहार कन्या उत्थान योजना’ शामिल हैं।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना पूरी तरह हिट

योजना कितनी हिट हुई इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले सिर्फ 21 दिन में ही मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत पूरे राज्य से 87 हजार आवेदन प्राप्त हो चुके थे। 3 जनवरी 2019 को योजना को कैबिनेट में स्वीकृति मिली। 4 जनवरी को संकल्प पत्र जारी हुआ और 21 दिन बाद चाईबासा में योजना का शुभारंभ होने तक 87 हजार आवेदन मिल चुके थे। इनमें से कई हजार आवेदन स्वीकृत कर करोड़ों रुपये लाभार्थियों के खातों में भेजे भी जा चुके थे।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की जरूरत क्यों?

गौरतलब हो कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के नारे को साकार करने के साथ ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने, स्कूलों में ड्रॉप आउट को रोकने एवं बाल विवाह प्रथा का अंत करने के उद्देश्य से राज्य में मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत की गई है।

इस तरह मिलेगा लाभ

  • बेटी के जन्म पर 5 हजार रुपये
  • पहली कक्षा में दाखिले पर 5 हजार रुपये
  • 5वीं पास करने पर 5 हजार रुपये
  • 8वीं कक्षा पास करने पर 5 हजार रुपये
  • 10 वीं कक्षा पास करने पर 5 हजार रुपये
  • 12 पास करने पर 5 हजार रुपये
  • 18 साल की आयु पूरी करने पर 10 हजार रुपये

शादी के लिए भी मिलेंगे तीस हजार

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत मिलने वाली राशि के अतिरिक्त शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत अलग से 30 हजार रुपये मिलेंगे। इससे शादी के वक्त आर्थिक तंगी नहीं होगी।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ 57 लाख परिवारों को

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना का लाभ झारखंड के कुल 57 लाख परिवारों को मिलेगा। इसका लाभ सामाजिक, आर्थिक, जातीय जनगणना (एसईसीसी) में पिछड़े पाए गए परिवारों को मिलेगा। 72 हजार सालाना से कम आए वाले परिवार की बच्चियों को 18 साल की उम्र तक छह बार सहायता मिलेगी। एसईसीसी 2011 की सूची में शामिल परिवार एवं अंत्योदय कार्डधारकों को योजना का लाभ मिलेगा।

सावधानः 18 साल से पहले बेटी की शादी हुई तो नहीं मिलेगी मदद

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत झारखंड सरकार बेटियों के पालन-पोषण एवं शिक्षा के लिए समय-समय पर वित्तीय सहायता देगी। यह योजना मुख्यमंत्री कन्यादान और लाडली लक्ष्मी योजना की जगह लेगी। इसके तहत बेटी के जन्म, पहली कक्षा, छठी कक्षा, नौंवी कक्षा और 11 वीं कक्षा में नामांकन के समय और 18 वर्ष पूरे होने पर अगल-अलग किश्तों में पैसे सीधे डीबीटी के माध्यम से दिए जाएंगे। हां, इसमें शर्त जुड़ा होगा कि 18 वर्ष पूरे होने तक बिटिया की शादी नहीं हो। तय आयु से पूर्व शादी की सूचना पर बीच में ही मदद रोक दी जाएगी।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की पात्रता क्या हैं?

  • योजना के तहत उन्हीं परिवारों की बेटियों को लाभ मिलेगा जिनके नाम एसईसीसी- 2011 की लिस्ट में हैं। 2011 की जनगणना में प्रदेश में ऐसे 26 लाख परिवार चिह्नित किये गये हैं। उन सभी को इस योजना का लाभ मिलेगा।
  • इसके अलावा जिनके पास अन्त्योदय राशन कार्ड हैं, वे परिवार भी इस योजना में शामिल होकर लाभ ले सकते हैं। प्रदेश में ऐसे 10 लाख परिवार हैं।
  • योजना शिशु बालिका के लिये शुरू की गई है। जन्म के तुरंत बाद इसका लाभ लिया जा सकता हैं।
  • 18 से अधिक की आयु में इसका लाभ तब ही मिलेगा, जब बेटी 20 वर्ष तक कुँवारी हो। हालांकि बेटी के जन्म के बाद ही योजना में पंजीयन करवाना अनिवार्य होगा।
  • मुख्यमंत्री सुकन्या योजना में मिलने वाली प्रोत्साहन राशि सीधे खाते में जमा होगी। अत: बेटी के पालकों का बैंक खाता होना जरूरी है। खाता न होने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
  • योजना के भीतर डीबीटी सुविधा के अंतर्गत पैसा मिलेगा अत: आपका खाता आधार से लिंक्ड होना भी अनिवार्य हैं।
  • वही बच्चियाँ योजना में लाभ की पात्र होंगी जो कि झारखंड राज्य की रहने वाली हों। राज्य के बाहर इस योजना का लाभ लेना संभव नहीं हैं। इसके लिये आपके पास उचित प्रमाण होना आवश्यक हैं कि आप झारखंड के ही रहवासी हैं।

मुख्यमंत्री सुकन्या योजना : लाभ लेने के लिए जरूरी दस्तावेज़

योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी के पास निवास प्रमाणपत्र होना जरूरी है। इसके अभाव में लाभ नहीं मिलेगा।
बेटी का जन्म प्रमाणपत्र एवं आधार कार्ड होना भी जरूरी हैं, वरना योजना में नामांकन नहीं हो पाएगा।
बैंक पॉसबुक भी होनी चाहिए। क्योंकि पैसा खाते में जमा होगा, इसलिए यह जानकारी देना जरूरी है।
बच्ची को शिक्षित करना अनिवार्य है, तब ही विभिन्न चरणों में लाभ मिलेगा इसके लिए यह विद्यालय जाने का प्रमाणपत्र देना भी आवश्यक है।

योजना के लाभ के लिए यहां करें संपर्क

योजना का लाभ लेने के लिए निकटतक आंगनबाड़ी केंद्र, प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है। झारखंड के मुख्यमंत्री की वेबसाइट से भी जानकारी ली जा सकती है। इसके ल‌िए यहां ‌क्ल‌िक करें।

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